अल्लाह ताला की अमानत में ख़यानत की सजा तो भुगतनी ही पड़ेगी..अल्लाह ताला की तरफ़ से ऐसा तो होना ही था ..
1947 से 2024 तक इन 77 सालों में मस्जिदों मदरसों इदारो खानकाहों अंजुमनों के जिम्मेदार कौम के नामनिहाद रहनुमाओं ने कौम की कीमती जमीनों मकानों का इस्तेमाल कौम की तालीम फलाह बहबूदी गरीबों जरूरतमंदों यतीमों के लिए नहीं किया बस वह तो बस इन जायदादों पर गिद्धों की तरह बुरी नजर रखते रहे और वक्फ की जमीनों को अपने लिए हड़पने की कोशिश करते रहे…अब कौम की कीमती जायदाद कौम के चोरों के हाथ से ….बाक़ी सब खेरियत है..